अज़ान-ऐ-फज्र की आवाज़ आती थी, सारे घर को रेहमत से जगाती थी रोशनदान पर कोयल आकर बैठ जाती थी, दादा को अप... अज़ान-ऐ-फज्र की आवाज़ आती थी, सारे घर को रेहमत से जगाती थी रोशनदान पर कोयल आकर बैठ...