सत्य अटल है! शरीर साधन
सत्य अटल है! शरीर साधन
सभी मनोरथ पूरे करते हैं सबके भगवान् I
मत कर तू अपमान प्रभू का रख ले उसका मान I I
1 निर्धनके भगवान् बसें उसके दिल में I
२ पैसे वालों के मंदिर और मस्जिद में I I
३ उसको अपने मन में बसा ले I
४ सच्चा ध्यान तो ज़रा लगा ले I I
५ आँखें खोल ज़रा तू मन की I
६ होता क्यूं हैरान I I
सभी मनोरथ पूरे करते हैं सबके भगवान् I
मत कर तू अपमान प्रभू का रख ले उसका मान I I
१ कभी तू मंदिर मस्जिद जाए I
२ धूप दीप नैवैद्य चढ़ाए I I
३ कभी तू व्रत त्यौहार करे और I
४ कभी तू भंडारा करवाए I I
५ अपने अन्दर ढूंढ उसे I
६ क्यूं भटक रहा इंसान I I
सभी मनोरथ पूरे करते हैं सबके भगवान् I
मत कर तू अपमान प्रभू का रख ले उसका मान I I
१ सुबह सवेरे जाप करे और I
२ सारे दिन तू पाप करे I
३ झूट और धोखा जीवन सारा I
४ फिर क्यूं पश्चाताप करे I
५ देख नहीं सकता तू मन से I
६ रटता रहता नाम I
सभी मनोरथ पूरे करते हैं सबके भगवान् I
मत कर तू अपमान प्रभू का रख ले उसका मान I I
१ धन के लोभ में पडा हुआ तू I
२ संग कहाँ ले जायेगा I I
३ खाली हाथ ही तू आया है I
४ खाली हाथ ही जाएगा I I
५ दो हाथों को जोड़ के उसके I
६ चरणों का कर ध्यान I I
सभी मनोरथ पूरे करते हैं सबके भगवान् I
मत कर तू अपमान प्रभू का रख ले उसका मान I I
१ तेरे बेटा-बेटी बहने I
२ तेरे लिए नहीं बंदे I I I
३अपने सारे रिश्ते नाते I
४ प्रभु के रंग में तू रंग दे I I
५ अपने सब संसार के बंधन I
६ उस-से ही तू जान I I
सभी मनोरथ पूरे करते हैं सबके भगवान् I
मत कर तू अपमान प्रभू का रख ले उसका मान I I
१ जो भी द्रष्टि में आये I
२ तुम सब स्रष्टि उसकी जानो I I
३ जितनी घटना घटती हैं I
४ तुम सब घटना उसकी मानो I I
५ सब-कुछ उसका उस-से सब-कुछ I
६ सब-से उत्तम ज्ञान I I
सभी मनोरथ पूरे करते हैं सबके भगवान् I
मत कर तू अपमान प्रभू का रख ले उसका मान I I
