उन्होंने अन्द्र्यूशा की कविता ली, और हौले-हौले पियानो बजाते हुए, उसे गाकर सुना दिया। उन्होंने अन्द्र्यूशा की कविता ली, और हौले-हौले पियानो बजाते हुए, उसे गाकर सुना द...
मैं स्याही में पेन की निब का बस सिरा ही डुबाता हूँ, मगर फिर भी धब्बे गिर ही जाते हैं. मैं स्याही में पेन की निब का बस सिरा ही डुबाता हूँ, मगर फिर भी धब्बे गिर ही जाते...