समझदार कौन ?
समझदार कौन ?
बारिश का मौसम था। दो घरों के बीच गलीनुमा रास्ते में एक नल की पाइप कुछ समय पहले ही बिछाई गई थी जो कि स्पष्ट दिखाई दे रही थी। लोग इसी रास्ते से आते-जाते रहते थे।
एक दिन शाम के समय हवा चलने के कारण कुछ गाय उसी रास्ते से घर की ओर जा रहे थे। पास ही एक घर में सुरुचि नाम की लड़की बालकनी से यह सब दृश्य देख रही थी। उसने गौर किया कि सभी गाय बहुत ही सावधान से पाइप को अपने पैरों से बचाकर आगे बढ़ रहे थे। हालाँकि लोगों के करतूतों के कारण वह पाइप कुछ समय पहले ही क्षतिग्रस्त हो गयी थी और पानी भी बह रहा था। पास ही खड़ा एक व्यक्ति गाय और उसके मालिक को ऐसे चिल्लाने लगा जैसे पाइप गायों ने ही तोड़ी हो।
यह सब देखकर सुरुचि सोचने लगी कि आखिर समझदार कौन है, बिना ग़लती के व्यर्थ ही गायों को चिल्लाता हुआ वह व्यक्ति या पाइप को पैरों से बचाकर समझदारी के साथ चलते हुए गाय?