प्यार से सब हो पाता है
प्यार से सब हो पाता है
इस कहानी में मुख्य पात्र 4 व्यक्ति है। उनका नाम प्रीति संध्या श्वेता अश्विनी है। प्रीति श्वेता संध्या अश्विनी यह बहुत गरीबी सहेलियां है वे सब एक साथ पढ़ते हैं उनकी पढ़ाई खत्म होने में चार ही दिन बचे थे वे आप सोच रहे थे कि पढ़ाई खत्म होने के बाद ट्रिपल जाए तभी प्रीति कहती है मेरी पापा मुझे नहीं भेजेंगे संध्या कहती है अरे यार हम उन्हें बिना बताए जाएंगे प्रीति कहती है मेरे पापा तो हमारी पढ़ाई खत्म होने पर 4 दिन बाद मुझे लेने आ रहे हैं अब ट्री पर कैसे जाए तभी अश्विनी को एक आईडिया आता है वह कहती है कि हमारी पढ़ाई खत्म होने में 4 दिन बाकी है क्यों ना हम 2 दिन में ही इधर से चले जाए चौथे दिन फिर यहां आकर अपने परिवार के साथ निकल जाएंगे किसी को कानो कान खबर भी नहीं होंगी और कल मेरा बर्थडे भी है ना तीनों भी हां हां ठीक है अच्छा तो पक्की है ट्रिप हमारी हमें कोई नहीं रोक सकता प्रीति कहती है कि यह तो सही है पर जाएंगे कहां तभी स्वेता को एक हरा भरा जंगल में एक महल रहता है उसमें जाकर हम ट्रिप मनाएंगे उधर जाने से हमें फायदा भी है संध्या पूछती है वह क्या तभी प्रीति कहती है वहां कोई आता जाता भी नहीं है अगर हम वहां कितना भी शोर करेंगे तो किसी को भी नहीं सुनाई देगा क्योंकि वहां कोई इंसान कभी भी नहीं जाता वह बात सुनकर अश्विनी थोड़ी घबरा जाती है तब प्रीति कहती है।
अरे यार घबराने की कोई बात नहीं है मुझे इशस महल के बारे में थोड़ी जानकारी है संध्या पूछती है क्या पता है तुझे इस महल के बारे में तभी प्रीति बताती है कि दो प्रेमियों कि वहां मौत हुई थी तब से लोग समझते हैं कि वहां वह दोनों कभी-कभी आते हैं पर मेरे पापा ने कहा कि भूत आत्माएं ऐसे कुछ भी नहीं रहते तब यह सब ट्रिप पक्की करके जाने का सोचते हैं थोड़े अंदर से डरे हुए रहते हैं फिर भी जाएंगे हम किसी से घबराते नहीं हम बहादुर हैं समझ कर अपनी ट्रिप पक्की करते हैं कल सुबह 4:00 बजे सब तैयार रहना जल्दी हमें सब से छुपकर निकलना होगा सब सोच के चारों अपने अपने कमरों में चले जाते हैं और सो जाते हैं। संध्या ट्रिप के बारे में बहुत ही घबरा हॉट महसूस करती है पर उसे उसके फ्रेंड्स डरपोक कहेंगे बात सोचकर वह भी ट्रिप पर जाने के लिए राजी हो जाती है। अब सुबह हो जाती है और 4 बजते हैं संध्या अश्विनी श्वेता प्रीति सब तैयार होकर गेट के पास रहते हैं और जूजू चीजें उनके काम आएगी वह सब खाने से लेकर गाना बजाने का टेप तक ले जाती है। भी पार्टी का भी पूरा सामान ले जाती है। वी एक कार बुकिंग करते हैं रास्ते में कार चलने लग जाती है भी अपने साथ ड्राइवर भी नहीं लेते व्याधि रास्ते तक बातों बातों में पहुंच जाते हैं तब प्रीति थोड़ा आगे जाकर एक होटल है उधर हम टिफिन करके आगे बढ़ेंगे ऐसा कहती है।
संध्या कहती है तुम नहीं तो मेरे मन की बात की मुझे तो बहुत भूख लग रही थी तभी सब कार से उतर के होटल में जाते हैं उधर खाने का आर्डर देख कर खाना खाने में लग जाते हैं प्रीति के दाएं और 4 लड़के बैठे होते हैं बेबी इनकी तरह ही जाने की बात करते हैं वह बात प्रीति को सुनाई देती है प्रीति अपने फ्रेंड से कहती है कि हम सब को थोड़ा थोड़ा डर लग रहा है पर हमें पेपर जाना भी है तो यह जो चार लड़के मेरी दाया और बैठे हैं वह भी जाने का ट्रिपर सोच रहे हैं क्यों ना हम उन चारों को अपने साथ ले जाए हमारा डर भी चला जाएगा और हम इंजॉय कर सकते हैं तभी संध्या कहती है कि हां मुझे भी ऐसा ही लगता है हमें किसी ना किसी को तो अपने साथ ले जाना चाहिए अश्विनी कहती है उन लड़कों से कौन पूछेगा तब प्रीति मैं जाकर पूछती हूं ऐसा कहती है प्रीति उन लड़कों से बात करने के लिए उनकी ओर बढ़ती है कैसे बात करूं यही सोचते हो वह उधर चलती रहती है तब भी एक वेटर प्रीति से टकरा जाता है और प्रीति के हाथ से एक गिलास उन चार लड़कों में से एक लड़की का नाम प्रेम रहता है उस पर वह क्लास में जो शरबत है वह गिरता है तब वह गुस्से से दाई और मुड़ की वेटर को थप्पड़ मारने के लिए अपना हाथ बढ़ा ही रहा था।
इतने में प्रीति उसके सामने आ जाती है तब वह उसका हाथ रोक कर उसकी आंखों में देता है और वो उसकी आंखों में ही खो जाता है उसका हाथ बिना कहे ही रुक जाता है मुंह से देखते ही ही रहता है प्रीति उसको कहती है कि तुम क्या देख रहे हो वह कहता है कुछ भी तो नहीं उसकी आंखों में ही देखता है बार-बार ट्रिप के बारे में सोच रहे थे मैंने वह सुन लिया क्या तुम लोग हमारे साथ ट्रिपल ह सकते हैं हम एक महल में ट्रिप मनाने जा रहे हैं क्या तुम आ सकते हो वह लड़की खुशी से क्यों नहीं हम जरूर आएंगे चलो अभी निकलते हैं तब प्रीति कहती है अपना नाम तो बताओ एक लड़का कहता है मेरा नाम आनंद विकास प्रेम किशन हम चार बहुत अच्छे दोस्त हैं हम अभी अभी यही सोच रहे थे कि ट्रिपर कहां जाए उतने में आप मिल गए क्या आप अकेली हमारे साथ आएंगी ऐसा प्रेम कहता है प्रीति कहती है नहीं मेरे और 3 सहेलियां वहां उस टेबल पर बैठी है ना वह है वह तीनों भी मेरे साथ आ रहे हैं प्रेम की जो तीन दोस्त थे वह भी खुश हो जाते हैं कि उनको भी कोई पार्टनर मिल गया विचार दोस्त जो है प्रेम विकास किशन आनंद चारों भी बहुत मन में खुश होते हैं पहली बार किसी लड़कियों के साथ अकेले बाहर वह भी ट्रिप पर जा रहे हैं वह मन ही मन ऐसा सोचते रहते हैं अब वे सब लोग कार में बैठकर ट्रिप के लिए निकलते हैं प्रेम कहता है मैं कार चलाऊं क्या प्रीति उसको कार चलाने के लिए चाबी देकर वह पीछे बेटी है तो प्रेम कहता है मेरे बाजू में जो विकास है वह पीछे बैठेगा आप आगे बैठ सकते हो मेरे साथ बेटियां तभी प्रीति उसके बाजू वाली सीट पर बैठती है विकास पीछे चाकर संध्या के पास बैठता है वह सब अब निकलने ही वाले होते हैं। कार में एक म्यूजिक बॉक्स रहता है प्रेम उसे चलाता है वह पूरी गाने प्यार की ही लगाता है पर प्रीति को प्यार की गाने पसंद नहीं रहते वह कट कर देती है और प्रेम से कहती है कि तुम म्यूजिक मत लगाओ चुप अपना ध्यान रास्ते पर लगाओ नहीं तो हम सब सेप नहीं ट्रिप पर जाएंगे हां हां बाबा अब नहीं लगाऊंगा कह के आगे बढ़ता है वीआठ लोग धीरे धीरे आगे बढ़ते है कुछ देर बाद हम महल पहुंचने ही वाले हैं ऐसा प्रेम सबको सूचित करता है सब खुशी के मारे चिल्लाते हैं और डांस करना शुरू करते हैं। प्रेम आगे देख कर गाड़ी चलाता है पर वह हर पल मूड मूड के अपने बाजू वाले सीट में जो प्रीति बैठी है उसे ही चुपके चुपके से देखता है वह बहुत ही सुंदर है मुझे उससे यह बात कहनी है यही सोचते हुए एक कार चलाता है। उसी समय संध्या का फोन बचता है संध्या फोन उठाती हैफोन उसकी मां का होता है उसकी मां कहती है कि मैंने हॉस्टल में फोन किया था तू उधर नहीं है तू कहां है तू कहती है कि मैं अपनी सहेलियों के साथ हूं हम इधर पानी पुरी खाने अभी अभी बाहर आए हैं।
हॉस्पिटल से मैं रख देती हूं अब मैं ठीक हूं ऐसा कहकर संध्या फोन रख देती है। अश्विनी थोड़ी समझदार होती है और कहती है कि अरे यार हमें अपनी फैमिली को बता देना चाहिए आप तो कि हम ट्रिप पर किसी महल में जा रहे प्रीति कहती है तू क्या पागल है हम अगर बताएंगे तो वह लोग हमें नहीं जाने देंगे तू भी अपनी फैमिली को मत बताना हम जाकर आने के बाद सब कुछ बताएंगे ना हम अब सिर्फ इंजॉय करते हैं प्रेम भी कहता है प्रीती इज राइट। प्रीता भी कभी-कभी चुपके से मुड़ के प्रेम को देखती है तभी प्रीता को प्रेम अचानक देखता है प्रीती अपनी नजरें चुरा लेती है दोनों मन ही मन एक दूसरे की नजरों में देखकर हंसते रहते हैं पीछे बैठे विकास आनंद की शान और प्रीति की सहेलियां इन दोनों को देखती ही रहती है बेबी मन ही मन इन दोनों में कुछ तो चल रहा है ऐसा सोच कर हंसते हैं। अब महल आने में 1 मिनट ही बाकी है ऐसा प्रेम सबसे कहता है। प्रीति बड़ी ही खुश हो जाती है कि हमने जो ट्रिप सोची थी वह आप कामयाब होने वाली है। उतने में महल आ जाता है। सब खुशी के मारे कार से उतर के महल की और भागने लगते हैं वह भक्ते भक्ते महल की जो गेट है उस तक पहुंचने पर प्रीती प्रेम कार के पास ही रुके होते हैं वे दोनों एक दूसरे में खो जाते हैं वह एक दूसरे से बात करना चाहते हैं पर वह क्या समझेगा यह बात दोनों भी एक ही समय में सोचते हैं और तभी प्रेम कहता है चले क्या तो दोनों गेट की तरफ जाते हैं उधर प्रेम के दोस्त और प्रीति की सहेलियां कहती है कि अब हम सब साथ में महल में कदम रखेंगे मैं सब महल में एक साथ जाते हैं वह बहुत ही खुशी के मारे भागते ही रहते हैं महल में पहुंच जाते हैं मैं थोड़ा पुराना होता है पर बड़ा ही सुंदर थोड़ा डरावना होता है महल में कुछ पुरानी तस्वीरें होती है जो कि प्यार भरी होती है प्रीति और प्रेम की नजर उन प्यार भरी तस्वीरों पर जाती है वे उन तस्वीरों के पास एक ही समय में जाते हैं और एक ही तस्वीर पर उन दोनों की नजर एक ही साथ जाती है एक ही समय में उस तस्वीर को हाथ लगाते हैं और हंसने लगते हैं बाद में उधर विकास आकर कहता है कि डेकोरेशन करके पार्टी करेंगे तो सब हां हां अभी करते हैं कहकर डेकोरेशन में लग जाते हैं किशन सबको एक-एक काम डेकोरेशन का सकता है और प्रीति प्रेम को एक ही काम देता है भेज दो ना केक को सजाने का काम करते हैं केक को सजाने के वक्त इन दोनों का हाथ एक ही जगह पर जाता है और दोनों एक हाथ पर दूसरा हाथ रखकर के को सजाते हैं उन दोनों में नजदीकियां थोड़ी बढ़ती है। कुछ देर बाद पूरी तैयारी हो जाती है,
और वैसा तैयार होते हैं और पार्टी करना शुरू करते हैं म्यूजिक डीजे हिसाब लगाकर वे पार्टी की शुरुआत करते हैं। प्रीति सोचती है कि क्या प्रेम मेरे लिए ठीक है क्या मैं उससे प्यार करने लगी हूं मैं उसके और बार-बार क्यों देख रही हो यह सोचते हुए वह प्रेम को ही देखते हुए डांस करती है कुछ ऐसा ही प्रेम भी सोचता है वे दोनों एक दूसरे में खो जाते हैं और उनके दोस्त उनको ही देखते रहते हैं बाद में प्रेम प्रीति के पास आकर अपने मन में जो चल रहा है वह सबके सामने बता देता है प्रीति के मन में भी वही बात आती है दोनों भी एक साथ प्रेम इधर से प्रीति उधर से एक दोनों की ओर बढ़ती ही रहते हैं वह दोनों अपने मन की बात बताने का सोचकर एक दूसरों की ओर बढ़ती ही जाते हैं और दोनों पास आने ही वाले होते हैं तब भी ऊपर से एक पुरानी तस्वीर जो प्रेमियों की होती है वह बीच में आकर गिरती है उस पर लिखा होता है कि यहां किसी का प्यार जीत नहीं सकता अगर यहां कोई प्यार करने वाले 2 लोग आते हैं तो उनका विनाश ही होता है वह दोनों कभी नहीं मिल सकते ऐसा उस तस्वीर के पीछे लिखा होता है यह पढ़कर प्रेम प्रीति उनके दोस्त सब घबरा जाते हैं और परेशान हो जाते हैं वे दोनों फिर भी यह तस्वीर है कोई भी लिख सकता है ऐसा सोचकर अपने प्यार का इजहार करने का सोचते हैं और और तस्वीर को बाजू में फेंक कर प्रेम प्रीति से मैं तुम्हें कुछ कहना चाहता हूं ऐसा बोलता है और कहने के लिए अपनी बात शुरू ही करता है तभी ऊपर से एक आवाज आती है रुक जाओ नहीं तो तुम्हारी आवाज हमेशा के लिए बंद कर दूंगी ऐसा किसी औरत की आवाज उन सब को सुनाई देती है तब सब घबरा जाते हैं और इधर-उधर देखने लगते हैं विकास ऊपर जाकर देखो किशन कहता है किशन डर जाता है फिर भी ऊपर जा कर देता है ऊपर एक रूम में बहुत तस्वीर रहते हैं वह तस्वीर एक औरत के रहते हैं वह सबको पर बुलाता है और उन तस्वीरों को दिखाता है सब लोग इतनी तस्वीरें देख कर परेशान हो जाते हैं उन सब तस्वीरों पर कुछ ना कुछ लिखा है कि प्रेम करने वाले विनाश हो जाएंगे ऐसे कुछ शब्द उस तस्वीरों पर लिखे होते हैं पर यह सब लोग यह सब कुछ बेवकूफी है हम आज के जमाने में जी रहे हैं भूत प्रेत आत्मा ऐसे कुछ भी नहीं होता किसी ने झूठ मुठ के तस्वीरें यहां लगाकर कुछ भी लिख दिया होगा हमें उल्लू बनाने के लिए ऐसा सोचकर वह सभी नीचे आ जाते हैं। प्रीति कहती है कि तुम मुझे कुछ कहने वाले थे तब प्रेम हां मैं तो भूल ही गया मैं तुमसे बहुत कुछ कहना चाहता हूं तब प्रेम अपनी बात बोलने वाला होता है कि उससे प्रीति के पीछे कुछ साया जैसा दिखाई देता है।
वह उसके पीछे जाकर देखता है प्रीति पूछती है क्या हुआ वह कहता है तुम्हारे पीछे कुछ था अभी वह देखती है तो कुछ भी नहीं रहता बाद में जाने दो कहकर अपनी बात बढ़ाने का सोचता है और प्रीति मुझे तुमसे इतनी बात कहते हैं वहां से और एक बार आवाज आती है तुम्हें जीना है तो इस महल से अभी निकल जाओ इस महल में प्रेम करना तो दूर प्रेम का नाम ले तो भी सबके सब मर जाओगी ऐसा आवाज फिर से सबको सुनाई देती है बाद में विशाल फिर से उस रूम में जाकर देखते हैं उधर एक बड़ी तस्वीर होती है जिसके पीछे एक रिकॉर्डर होता है जिसमें ऐसी आवाजें भरी हुई होती है तब वह समझ जाते हैं कि यह किसी ने यहां आने वाले सब को फसाने के लिए डराने के लिए लगाया है ताकि इस महल में कोई आ ना सके। तभी वह सब लोग और नीचे आ जाते हैं।
थोड़ा सब पानी पीते हैं और केक काटने का सोचते हैं और अब हम कोई हमसे आकर कुछ कहे तो भी नहीं मानेंगे बोलकर किशन बोलता है हम पार्टी जरूर इधर मनाएंगे मना कर ही घर लौट आएंगे नहीं तो नहीं ऐसा संध्या कहती है कि सब आप केक कट करते हैं प्रीति केक का एक थोड़ा सा हिस्सा लेकर प्रेम की ओर बढ़ती है उसे खिलाने के लिए वह धीरे-धीरे चलती हुई उसके पास जाती है तभी कोई उन दोनों की बीच में आकर वो केक ले जाता है फिर से वह सब डर जाते हैं आप भी कैसे हुआ सब आश्चर्य से चंकी हो जाते हैं और डर जाते हैंजैसा अभी रिकॉर्डर तब वह भी किसी दिखना ने जिसे ही बनाया होगा ऐसा प्रेम सोचता है और फिर वह और एक हिस्सा लेकर मुझे खिलाओ ऐसा कहता प्रीति उसे खिलाने के लिए आगे बढ़ती है सब उसकी सहेलियां और प्रेम की दोस्त तालियां बजाते हैं तभी एक आवाज ताली बजाने की जोर जोर से आती है और उस आवाज के साथ एक और आवास जो कहती है तुम मेरा नहीं सुन रहे हो तुम्हें सबक सिखा कर रहूंगी अब मैं ऐसा कहती है सब समझते हैं कि यह भी कोई रिकार्ड और ही होगा तभी एक औरत उनके सामने हवा में लटकती हुई बड़े बड़े नाखून काले बाल लंबे से और सफेद साड़ी और उसकी आंखें से खून बहता हुआ बिल्कुल भूत की तरह दिखती है वह उनके पास आकर उन सबको डरा देती है मैंने तुम्हें इतनी बार समझाया तुम समझते क्यों नहीं।
किधर प्यार का नाम तो क्या प्यार का कुछ भी यहां इस महीने मंजूर नहीं है क्योंकि यहां एक प्रेम कहानी को दफना दिया गया है यहां कोई दूसरा प्यार नहीं कर सकता जब तक जो इधर बिछड़ गए थे वह दोनों नहीं मिलेंगे तब तक यहां कोई अपने प्यार का इजहार कभी नहीं कर सकता। भूत को प्रीति कहती है तुम्हारा प्यार सफल नहीं हुआ तो उसने हमारा क्या दोष है हम अपने प्यार का इजहार यहां करके ही रहेंगे तभी भूत प्रीति को एक थप्पड़ लगाता है और उसे ऊपर उठा लेता है उसकी फ्रेंड्स कहते हैं कि उसे छोड़ दो वह नादान है तभी भूत कहता है अगर तुम को प्यार का इजहार करना है तो इस महल से दूर जाकर करो प्रेम कहता है हमारे प्यार की शुरुआत इसी महल से हुआ था हम इस महल में ही अपने प्यार का इजहार करेंगे हमें क्या करना होगा यह तुम बताओ। भूत कहती है कि इस महल में मुझे और मेरी प्रेमी दोनों को दफना दिया था पर मेरा प्रेमी कि जो आत्मा है वह कमजोर हो गई है वह मेरे साथ घूम नहीं पा रही है। प्रेम कहता है हम इसमें क्या करें तुम दोनों अगर सच्चा प्यार करते हो तो मेरी आत्मा तुम्हारी प्रियसी के अंदर और मेरे प्रेमी की आत्मा तुम्हारे अंदर जाकर विवाह कर लेंगे विवाह के बाद हम दोनों तुम दोनों के अंदर से निकल जाएंगे विवाह करने से मेरे प्रेमी की आत्मा में जो कमजोरी है वह दूर चली जाएगी हम दोनों आत्माओं की तरह इसी महल में फिर से एक साथ रहेंगे और किसी को परेशान भी नहीं करेंगे क्या तुम मेरे लिए यह कर सकते हो तो ही तुम इस महल में अपने प्यार का इजहार कर सकोगे सोचने लगते हैं कि करो कि नहीं करूं।
ऐसा प्रेम सबसे पूछता है उसके फ्रेंड्स कहते हैं मत करो पर उसे अपने प्यार का हिसार करना होता है इसलिए वह मान जाता है और फिर से कहता है हम अभी इसी वक्त यहां विवाह करेंगे क्या क्या तुम मुझसे शादी कर सकती हो प्रीति बिना कुछ सोचे हां मैं करूंगी क्योंकि मेरे इस काम से दो प्रेमियों की जिंदगी बेहतर बन सकती है तो मैं ऐसे काम करने के लिए क्यों नहीं राजी होंगी।अब भूत भी खुश हो जाता है और अगर तुम दोनों ने मेरी ख्वाहिश पूरी की तो मैं तुम दोनों की जिंदगी में दोबारा कभी नहीं आऊंगी और किसी दुष्ट व्यक्ति को आने भी नहीं दूंगी। उनके दोस्त शादी की पूरी तैयारी कर लेते हैं और प्रीति और प्रेम शादी के लिए तैयार होते हैं और एक दूसरे से शादी भी कर लेते हैं तभी प्रीति में उस भूत की आत्मा जाती है और वह अपने प्रेस को आवाज लगाती है तभी उसके क्रैश की आत्मा प्रेम के शरीर में जाती है और वह शादी कर लेते हैं शादी संपन्न होती है और वह उनके दोस्त परेशान ही रहते हैं की आत्माएं अब बाहर कैसे जाएंगे तभी प्रेम कुछ अजीब हरकतें करने लगता है उनके दोस्त प्रेम से पूछते हैं कि तुम ऐसे क्यों कर रहे हो प्रीति भी अजीब हरकतें करती है जैसे कि हवा में लटक जाना ऐसे कई हरकतें करती 1 मिनट ऐसे ही हवा में ऊपर ही दोनों एक दूसरे को देखते हुए रहते हैं यह हरकतें प्रीति और प्रेम के नहीं है बल्कि उनके अंदर जो आत्माएं हैं वह कई साल से एक दूसरे से दूर थे, इसलिए वे एक दूसरे को हवा में जाकर देख लेते हैं एक दूसरों की नजर में खो जाते हैं बाद में वो नीचे आते हैं प्रीति के अंदर जो आत्मा है वह बाहर निकलती है और प्रेम के अंदर की आत्मा भी बाहर निकलती है और वह प्रीति और प्रेम की शुक्रिया अदा करती है कि हमने शादी करने की सोची थी पर समाज ने हमें मार दिया और इस महल में दफना दिया बिना शादी करवाएं ही इसलिए हमारी आखिरी ख्वाहिश आपने पूरी कर दी दो प्रेमियों को मिलाने का काम आपने किया है जो कि आशा भी नहीं थी कि वह मिलेंगे दो आत्माओं का मिलन आप लोगों की वजह से सफल हुआ है आपकी जिंदगी में सब कुछ अच्छा हो ऐसा कहकर वह आत्माएं खुशी से उड़कर ऊपर की ओर चली जाती है और यह सब लोग ट्रिप को आदि में ही छोड़कर अपने अपने घर चले जाते हैं प्रीति घर जाकर यहां हुआ सब कुछ अपनी फैमिली को बता देती है,
और उसकी फैमिली भी उसको सपोर्ट करती है प्रेम भी अपनी फैमिली को बता देता है सबकुछ और उनकी दोस्त भी सब कुछ बता देते हैं ऐसे सब लोग इनकी कहानी को समझ कर इनको अपना कर इन दोनों का फिर से विवाह कर देते हैं इनकी विवाह पर बुद्धू आत्माएं भी ऊपर से इनकी विवाह देखकर इन्हें आशीर्वाद देती है कि आप दोनों अगर जिंदगी में कभी जुदा हो गई तो आप दोनों को हम दोनों जरूर मिलाएंगे ऐसा मौका हमें भगवान देगा ऐसे ऊपर से वह दो आत्माएं सोचती हुई निकल जाती है और इधर प्रीति और प्रेम की जिंदगी भी प्यार भरी बन जाती है उनकी दोस्त भी जो विकास की कशान है वह भी श्रद्धा और अश्विनी से प्यार और जो आनंद और संध्या भी एक दूसरे से प्यार कर लेती है उस ट्रिप में गए लोग भी 8 लोग बन जाते हैं जो कि एक दूसरे से उसी ट्रिप में पहचान हो जाती है और वह 8 लोग एक दूसरे के जीवन साथी बनते हैं इस कहानी में जो एक ट्रिप थी उस ट्रिप से कई जिंदगियां को एक नया नाम मिला है और इनकीअच्छी सोचकी वजह से इनकी जिंदगी प्यार भरी हो गई है और यह सब आप खुश है इन्होंने दो बिछड़े प्रेमियों को भी मिला कर प्यार का सनमान किया है।
