रोज़ शाम को ट्रिन ट्रिन करती वो घंटी की आवाज़, जो मद्धम से तीव्र होती घर तक आती थी। रोज़ शाम को ट्रिन ट्रिन करती वो घंटी की आवाज़, जो मद्धम से तीव्र होती घर तक आती ...