कोरोना की बात।
कोरोना की बात।


२०२०, मेरे लिए एक नई उम्मीद की शुरुआत लाई थी, परंतु एक छोटे से विषाणु ने सब लोगों को हैरान कर दिया है। इतना छोटा सा अनु जो ना आँखों से दिखता है, जिसके होने या न होने पर भी प्रश्न चिन्ह लगा है, वही वायरस ने संपूर्ण पृथ्वी को आज अपने वश में कर लिया है।
यह एक प्रकार का आरएनए (RNA) वायरस है। इनके कारण मानवों में श्वास तंत्र संक्रमण पैदा हो सकता है जिसकी गहनता हल्की से लेकर अति गंभीर तक हो सकती है। भारत में इसके रोकथाम के लिये सभी गैर आवश्यक कार्य रोक दिये गये हैं, और लोगों को अपने घरों में रहने के निर्देश दिये गये हैं। वर्तमान में बचाव ही इसका इलाज है।
मनुश्य का ज्ञान – विज्ञान जिस पर वह इतना अहंकार कर रहा था, वही अहंकार आज एक छोटे से विषाणु ने चकनाचूर कर दिया है।
हर गर्मि की छुट्टियां हमारे लिए आनंद लाती थी परंतु इस साल दुख भरे पल लाई है। छुट्टियों में हमारे दादा – दादी, नाना – नानी अपने घर हमारी राह देखते थे, पर इस वर्ष हम चाहकर भी उनसे नहीं मिल सकते है। परंतु मेरे माता – पिता मेरा हौसला बढ़ाते हुए कहते है की,
"यह कोरोना से कभी डरो ना!!"