खूबसूरत ज़िन्दगी
खूबसूरत ज़िन्दगी
भुवन निराशा भरे मन से चला जा रहा था। अचानक से उसे ठोकर लगी, वह रुक गया। उसके तन-मन में एक बिजली- सी कौँध गई वह एक पाँच सितारा होटेल के सामने खड़ा था। भुवन अंदर आ गया। वहां के वातवरण ने भुवन को मोह लिया । उस ने बैठकर गले में बंधी टाई को ढीला किया तो उसका मन भी ढीला हो गया ।
अचानक से मोरनी-सी नाचती गाती एक युवती आई भुवन नशे में बह गया। उसके मन ने चाहा कि अपने ज़ाम में मिलाकर उस युवती को ही पी जाए ।
नृत्य की समाप्ति पर भुवन ने अपनी इच्छा प्रकट की और अधिक पैसे देने का भी आश्वासन दिया ।
युवती ने कोई आश्चर्य प्रकट नहीं किया। वह उसके पास बैठ गई उसने मुस्कुराते हुए अपने बटुए से कुछ कागज़ात निकाले और भुवन को दिए। उन को पढकर भुवन का मुँह खुला का खुला रह गया उसमें लिखा था, नाम - कुमारी मधुमिता , उम्र- 20 वर्ष, लिंग – स्त्री , और साथ में अस्पताल की रिपोर्ट लगी थी जिसमें लाल स्याही से एच- आई- वी- पॉज़िटिव छपा हुआ था ।
युवती ने कहा "यह रिपोर्ट मेरी ही है। हम कुछ ऐड्स पीड़ित लड़कियाँ एक संस्था चलाते हैं । तुम जैसे हर एक जवान आदमी को ऐड्स से बचाना है। मरने से पहले कम से कम एक अच्छा काम करना ही हमारा उद्देश्य है। ताकि कम से कम आने वाला युवा भारत तो ऐड्स के भय से मुक्त रहे यही हमारा लक्ष्य है।"
भुवन का नशा छू हो गया और वह अपनी पत्नी से मिलने के लिए व्याकुल हो घर की ओर चल पड़ा ।
