होम
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
अकादमी
खरीदें
About
कम
ज्यादा
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
कोट
Library
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
साइनअप
लॉग इन
फीड
लाइब्रेरी
लिखें
सूचना
प्रोफाइल
उदासी
हँसीकेठहाके
दिलदार
आईना
चेहरा
ज़माना
अपनों का परायापन
धोखा
भेड़िया
अपनापनइंसानियत
चौकस
शेर
मिटती इंसानियत
फरेब
आस्तीन के सांप
बेईमानी
Hindi
मुखौटा
Quotes
उदासी चेहरे से झलक ही जाती है, मुखौटा हँसी का चाहे कितना ही ...
आज आईना छोड़ मुखौटे जो बेचने लगी, सारा ज़माना मेरा दिलदार हो ...
चेहरा बयान कर देता था सब कुछ, वो जमाना और था; अब तो मुखौटे ल ...
चेहरे पर चेहरा चढ़ाए बैठे थे लोग । अपने में परायापन दबाए बैठ ...
जरा चौकन्ना रहना अपने चाहने वालों से अक्सर शेर का मुखौटा पहन ...
बिकने लगी इंसानियत कौड़ी के दामों में, बेइमानियों ने घर किया ...
00:00
00:00
Download StoryMirror App