शहरमें मुसाफ़िर इश्क उद्धरणकोट्सनज़्मशब्दलफ्ज़खेल सरगम मुज़को भक्ति ड़ूबकर सत्संग मुश्किलोंकेगर्देगुबारकोउड़ालेजाताहैहोंसलोंकातूफ़ानअपनीबाजूओंकेबलपरतूलिखअपनीकामयाबीकीदास्तान।। प्रेमनगर प्रेम ज्योत सज़ानी मुरली ईश्क प्रेम मंझील

Hindi महेफ़िल Quotes