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मेरीबर्बादीकीतूहीवजहरे
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बेरुखीteri
Quotes
शहर में इतनी बेरुखी है जनाब सायें ही नजर आते है इंसा नहीं ह ...
इक तेरी बेरुखी से भी हम आजिज़ ना हुए तू मेरा सब्र, मेरी इंते ...
मुझसे मेरी बेरुखी की वजह मत पूछो, मुझे खुद नहीं पता मैं क्यू ...
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