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यूं तलब लगी है तुझ से रूबरू होने की, कुछ तुझसे कहने की, कुछ ...
हमें माफ करदे परवरदिगार, हम गुनहगार तेरी रहमत के तलबगार है, ...
चाय की आदत सी है, मेरे शब्दों की महक, इस कदर मजबूर कर देगी, ...
"ईश्ककी तलब लगी है मुज़को ईश्ककी ज़ाम मुज़े पीने दे, मत कर ब ...
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