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तुलसी, आँवला या पीपल आदि से लाभ एवं अपने इष्ट का अभिनंदन, आभार हम पुष्प अर्पित करके प्रकट करते हैं।
जबकि पुष्प का आभार मानने के लिए कुछ अर्पित नहीं किया जाता है।
पुष्प जैसे ही लाभ हमें कुछ व्यक्तियों से मिलते हैं। उनसे मिले जीवन सुख एवं सुगंध को अनदेखा करते हुए, हम उनका आभार कभी नहीं मानते हैं ....
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