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रिश्तों की पोटली
जिस प्रकार काव्य को समृद्ध व आकर्षित बनाने के लिए उसमें अलग-अलग प्रयोग; रस-अलंकार-शैली या, बिम्बों का प्रयोग किया जाता है। प्रकार जीवन को सुसंस्कृत बनाने के लिए उसमें विभिन्न रिश्तों की अहमियत मानी गई है जैसे दोस्त, मां और गुरु आदि।
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