STORYMIRROR

मानव मौसम...

मानव मौसम की तरह, पल-पल बदले रूप । कभी लगे कुहरा घना, कभी सुनहरी धूप ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी

By अरविन्द त्रिवेदी
 26


More hindi quote from अरविन्द त्रिवेदी
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
18 Likes   0 Comments