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कोई व्यक्ति इतना अच्छा हो सकता है कि उसे प्रेम करने वाले बहुत से हों।
जब प्रश्न, पति या पत्नी होने का आता है,
तब उस व्यक्ति को उनमें से सिर्फ एक,
जिससे वह भी प्रेम करता है,
में सीमित रहना होता है।
प्रेम में यह मर्यादा, मानव सभ्यता की बुनियाद है।
सभ्यता का विकास इसी आधार पर हुआ है ….
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