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चर्चाओं में विराजित सेलिब्रिटीज पर लोगों का ध्यान और उन पर समय होने से, अचर्चित प्रयास प्रोत्साहित नहीं हो पाते हैं।
तो क्या जो सेलिब्रिटीज नहीं, हतोत्साहित उन्हें, प्रयास बंद कर देने चाहिए?
कदापि नहीं, उन्हें अपने में परोपकार भावना को बल देना चाहिए। यह भावना स्वस्फूर्त कर उन्हें प्रयास जारी रखने योग्य बनाती है।
समाज हितैषी भावना प्रोत्साहक है, पीछे भीड़ होने के लोभ से मुक्त करती है
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