STORYMIRROR

बच निकलता ...

बच निकलता है सज़ा से करके वो ढेरों गुनाह‌। और उसका क्या करे जीवन हुआ जिसका तबाह। लेता है कानून के कमजोरियों का फ़ायदा- न्याय है दोषी यहां दोषी यहां हर सरबराह। रिपुदमन झा "पिनाकी" धनबाद (झारखण्ड) स्वरचित

By रिपुदमन झा "पिनाकी"
 61


More hindi quote from रिपुदमन झा "पिनाकी"
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
12 Likes   0 Comments
30 Likes   0 Comments
16 Likes   0 Comments