STORYMIRROR

अपने कर्मों...

अपने कर्मों के माध्यम से अपना नाम अमर कर लेने की भावना अच्छी है - मगर स्वार्थ पूर्ण है। अच्छे कर्म - 'अच्छाई और सच्चाई की समाज परंपरा रहे', इस भाव से प्रेरित हों तब वह परोपकार होता है।

By Rajesh Chandrani Madanlal Jain
 249


More hindi quote from Rajesh Chandrani Madanlal Jain
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments