STORYMIRROR

अगर समझना...

अगर समझना है परोपकार की भावना, और सुनना है गर किसीसे संघर्षों की व्यथा, तो ढूंढो और पढ़ो नदी की आत्मकथा, जिसे पढ़कर बदल देंगे आप, अपने अंदाज़-ए-जीने की प्रथा।

By Mr. Akabar Pinjari
 551


More hindi quote from Mr. Akabar Pinjari
1 Likes   0 Comments
1 Likes   1 Comments
2 Likes   1 Comments
5 Likes   2 Comments
8 Likes   7 Comments

Similar hindi quote from Action