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आज हम भले ही विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में बंट गए हों
लेकिन जब हमारा तिरंगा हवा में लहराता है तो हमारे दिलों की धड़कनें बढ़ जाती हैं।
जब सीमा पर कोई जवान शहीद होता है तो आंखें भर आती हैं।
जब बात भगत सिंह, आजाद और बिस्मिल की होती है तो लहू उफान मारता है।
ऐसा क्यों है सिर्फ इसलिए क्योंकि हम सब किसी दल के बाद में है पहले कट्टर देशभक्त हैं।
यह एहसास बहुत कीमती हैं दोस्तों !
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