टूटे ख़्वाबों के शीशे फिर जुड़ने लगे हैं, लू की थपेड़ों से राहत मिली है, देखो ज़रा फिर से ठंडी ... टूटे ख़्वाबों के शीशे फिर जुड़ने लगे हैं, लू की थपेड़ों से राहत मिली है, देख...