छोड़ विगत का गीत, स्वयं को आगत राग प्रभात सुनाया, सरगम के सातों सुर साधे सुप्त हृद छोड़ विगत का गीत, स्वयं को आगत राग प्रभात सुनाया, सरगम के सातों सुर साधे ...