सब हसीं हैं ज़ाहिदों को नापसन्द अब कोई हूर आयेगी इन के लिये वस्ल का दिन और इतना मुख़्तसर दिन गि... सब हसीं हैं ज़ाहिदों को नापसन्द अब कोई हूर आयेगी इन के लिये वस्ल का दिन और इ...