तो कभी पुष्प बनकर यहां से वहां। राह पर भारती के बिखरती रही ।। नारियाँ हैं नहीं आज सुरक्षित यहां।... तो कभी पुष्प बनकर यहां से वहां। राह पर भारती के बिखरती रही ।। नारियाँ हैं नह...