ग़ुस्सा ग़लत ही करवाता है, अब कभी नहीं। मानो ख़ुद से कोई वादा कर रहे थे। ग़ुस्सा ग़लत ही करवाता है, अब कभी नहीं। मानो ख़ुद से कोई वादा कर रहे थे।