रोशनी
रोशनी
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रोशनी अगर न होती तो,
सारे जग में छा जाता घोर अंधकार।
रोशनी अगर न होती तो,
कैसे पाते हम सूरज का प्यार ?
न टिमटिमाते तारे,
नीले नभ में सारे
न पहुँचाता खुशियाँ,
बच्चों का चंदा मामा
पौधे न निकलते,
न सुंदर फूल खिलते ।
रोशनी अगर न होती
तो बेजान होता यह संसार ।