अधूरी पंक्ति को संवार दे
अधूरी पंक्ति को संवार दे
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यार कहीं तुम खो मत जाना,
मेरा हर दुःख तुमने जाना,
कहने को तो दोस्त बहुत है,
तुमसा सच्चा न यार हमारा।
लाखों खुशियां साथ बिताया,
दुखों से तुमने हमको बचाया,
भीड़ में न हमसे हाथ छुड़ाकर,
यार कहीं तुम खो मत जाना।
जीवन में है घन-घोर अंधेरा,
तुमने हर बार किया उजाला,
कांटा निकाला था मेरे पैरों से,
भीड़ न कहीं यार न खो जाना।
