आई लव यू ओह मेरी छोटी सी बेटी
आई लव यू ओह मेरी छोटी सी बेटी
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मेरे मन में ये ख्याल आता है,
ये ख्याल कभी कभी नहीं
हर दम मुझे सताता है,
कि कैसे लौटा पाऊंगा
ये एहसान तुम्हारा,
जो रोज़ तुम मुझ पर करती हो,
मेरी बेवजह ज़िन्दगी में,
मेरे होने की वजह भरती हो।
वो छुपन छुपाई में
मेरा पकड़ा ना जाना,
मम्मा, मेरे पापा कहाँ हैं?
और मेरा जान बूझ
कर पकड़ा जाना,
आवाज़े अब तक
जो कान सुना करती थी,
अब समझा उनका
दिल को छू जाना।
सारी दुनिया की खुशियाँ ,
तुमने अपनी नन्ही
बाँहों में समेटी,
आई लव यू ,
ओह मेरी छोटी सी बेटी।