झुकाया नहीं सिर चाहे क़त्लेआम करा दो बदनामी की साज़िश ज़िंदा नहीं रहती सदा चाहे तहखाने में सबूत सारे ... झुकाया नहीं सिर चाहे क़त्लेआम करा दो बदनामी की साज़िश ज़िंदा नहीं रहती सदा चाहे त...
तिरछी नज़रें पूरी रात सोने न दिया जागता रहा वो लम्हात सोने न दिया तुम्हें भूल जाऊँ या रखूँ याद सदा ... तिरछी नज़रें पूरी रात सोने न दिया जागता रहा वो लम्हात सोने न दिया तुम्हें भूल ज...