सबकर भक्ति देखि शिव खुल गइले नयनवा| जागा जागा हे महादेव, अइले फागुन के महीनवा| सबकर भक्ति देखि शिव खुल गइले नयनवा| जागा जागा हे महादेव, अइले फागुन के महीनवा|