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अब सपने कैसे सच होंगे जो हमने देखे हमने सपने। अब सपने कैसे सच होंगे जो हमने देखे हमने सपने।
चढ़ा इश्क का रंग था हम पे कोई न समझा! चढ़ा इश्क का रंग था हम पे कोई न समझा!