यह महान दृश्य है, चल रहा मनुष्य है, अश्रु स्वेद रक्त से, लथपथ लथपथ लथपथ, अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।
अरे, वो कोई इन्सान नहीं, इक अवतार बनके आया है। अरे, वो कोई इन्सान नहीं, इक अवतार बनके आया है।