यह महान दृश्य है, चल रहा मनुष्य है, अश्रु स्वेद रक्त से, लथपथ लथपथ लथपथ, अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।
अगर वो पुछले मुझसे की,"किस बात का गम है?" अगर वो पुछले मुझसे की,"किस बात का गम है?" तो फिर, "किस बात का गम है ?" अगर वो पुछले मुझसे ।