I'm Sonu Kumar and I love to read StoryMirror contents.
माथे की बिंदिया ही नही, पायल की झंकार तुम्हीं से है माथे की बिंदिया ही नही, पायल की झंकार तुम्हीं से है
जग के बंधन तोड़ के आज, मन से मन को मिल जाने दो जग के बंधन तोड़ के आज, मन से मन को मिल जाने दो
गैरों की बाहों में तुम खुश रहो दुवा ऐसी दे वो दीवाना कहाँ है गैरों की बाहों में तुम खुश रहो दुवा ऐसी दे वो दीवाना कहाँ है