लेखन मेरा शौक ही नहीं,मेरी पहचान भी है।
देशसेवा है नहीं काम केवल फौजियों का खाया है हमने भी अन्न इसी धरती का. देशसेवा है नहीं काम केवल फौजियों का खाया है हमने भी अन्न इसी धरती का.