सेवा निवृत्त प्राध्यापक(डायट),चित्रकूट(उ.प्र.)
धैर्य नहीं खोता मन किंचित, ऋतुएं कर देती हैं चिंतित, विरह हृदय का होता चिह्नित, धैर्य नहीं खोता मन किंचित, ऋतुएं कर देती हैं चिंतित, विरह हृदय का होता चि...
रख अल्हड़ता इठलाती है। प्रासादों में हँसी कदाचित् ऐसी हमको दिख पाती है।। नयनों के सँग अधर... रख अल्हड़ता इठलाती है। प्रासादों में हँसी कदाचित् ऐसी हमको दिख पाती है।।...