ज़िन्दगी एक तंग काफिया ग़ज़ल
कभी कभी कोई कोई रिश्ता जिसे हम रूह की मिटटी में दफ़न कर चुके होते हैं ,उसपर जब यादों में अ... कभी कभी कोई कोई रिश्ता जिसे हम रूह की मिटटी में दफ़न कर चुके होते हैं ,उसप...