शौकिया लेखन.राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन
आंखों से अविरल अश्रु बह निकले।"पोनी बड़ी हो गई है। और क्या चाहिए भला ?" आंखों से अविरल अश्रु बह निकले।"पोनी बड़ी हो गई है। और क्या चाहिए भला ?"