Radhe-Krishna lover
ब्रज रज - लाल गुलाल,जब मोए तन सो लगा जाको बखत मुख से निकला , राधा राधा ब्रज रज - लाल गुलाल,जब मोए तन सो लगा जाको बखत मुख से निकला , राधा राधा
दिल को कैसे समझाऊं, तेरा प्यार नहीं कोई और है। दिल को कैसे समझाऊं, तेरा प्यार नहीं कोई और है।