मुझे क्षमा करें किसी कारन वास ये अकाउंट बदल दी गई है आप मुझे kumarrituraj2000@gmail.com पर देख सकते है मेरे कंटेन्ट पढने के लिए आपका धन्यवाद
बस तेरे दो पल आने से, लगती हैं जैसे अपनी बारी हो हौसले क्यों ? तुझे क्या कहूं ? बस तेरे दो पल आने से, लगती हैं जैसे अपनी बारी हो हौसले क्यों ? तुझे क्या कहूं ...
ये बस शुरूआत तो था और ये सोचना बी पॉजिटिव का एहसास जो था। ये बस शुरूआत तो था और ये सोचना बी पॉजिटिव का एहसास जो था।
यकिन मानों पुणे के सफ़र को फिर से याद किया मेरे पुणे का सफ़र .........मेरे पुणे का सफ़र। यकिन मानों पुणे के सफ़र को फिर से याद किया मेरे पुणे का सफ़र .........मेरे पुणे क...
आंखें थी नम मेरी क्योंकि उसने मेरे साथ भी खेली थी आंखें थी नम मेरी क्योंकि उसने मेरे साथ भी खेली थी
बड़ी तकलीफ होती है, किसी के पास व किसी से दूर जाने की। बड़ी तकलीफ होती है, किसी के पास व किसी से दूर जाने की।
जैसे किसी और दुनिया में कही खो गया। जैसे किसी और दुनिया में कही खो गया।
वरण हम इसे प्रेम कह नहीं सकते। वरण हम इसे प्रेम कह नहीं सकते।
इस ठंड भरी हवाओं को छोड़ रातों में, कुछ इस तरह मोबाइल में डूबा था... इस ठंड भरी हवाओं को छोड़ रातों में, कुछ इस तरह मोबाइल में डूबा था...
जब -जब कदम मेरे लड़खड़ाए, धरती भूकंप ला दे तू। जब -जब नेत्र मैं खोलू, हे वृक्ष हरियाली दिखा दे ... जब -जब कदम मेरे लड़खड़ाए, धरती भूकंप ला दे तू। जब -जब नेत्र मैं खोलू, हे वृ...
सुबह की किरणें कुछ इस तरह भाग गई मुझे सुबह जगने की आदत आ गई। सुबह की किरणें कुछ इस तरह भाग गई मुझे सुबह जगने की आदत आ गई।