कुछ नहीं बस एक सफर में खो गया हूँ, आगे है रोशनी दिख रही लगता है पहुच गया हूँ।
यह बात माँ को कैसे बताता की क्या देखा करता हूँ, सपने में पर माँ सब जानती है। यह बात माँ को कैसे बताता की क्या देखा करता हूँ, सपने में पर माँ सब जानती है।
मुझे नहीं समझ आया आज तक कि मेरी मां क्या नहीं हैं। मुझे नहीं समझ आया आज तक कि मेरी मां क्या नहीं हैं।