I'm Vijay and I love to read StoryMirror contents.
राम शरण में ही नेह बसे, पावन प्रभु का प्रीत लिखे। राम शरण में ही नेह बसे, पावन प्रभु का प्रीत लिखे।
विनती करती जनक दुलारी, सुन लो प्रभुवर आज। विनती करती जनक दुलारी, सुन लो प्रभुवर आज।