संजय कुमार
मेरी तरफ देखती और मुस्कुराती हुए चली जाती है मेरी तरफ देखती और मुस्कुराती हुए चली जाती है
लेकिन दुख यही होता है कि रोहन अपने पिता को खो देता है। लेकिन दुख यही होता है कि रोहन अपने पिता को खो देता है।
आगे थोड़ी दूर चलने पर एक आवाज सुनाई देती है सभी डर जाते हैं आगे थोड़ी दूर चलने पर एक आवाज सुनाई देती है सभी डर जाते हैं
अब गांव पहले जैसा हंसता खेलता जैसा हो गया। एकता ही शक्ति है। अब गांव पहले जैसा हंसता खेलता जैसा हो गया। एकता ही शक्ति है।