पिछले 08 वर्षों से स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक(हिंदी) के रूप में +2 टू उच्च विद्यालय पोड़ैयाहाट,गोड्डा (झारखंड) में कार्यरत। कविता लेखन में रुचि।
तीर पड़ जाते हैं नीले, जैसे नीला आसमान, अचानक सक्रिय हो जाते हैं तीर पड़ जाते हैं नीले, जैसे नीला आसमान, अचानक सक्रिय हो जाते हैं
झारखंड, भारत के बच्चे न जाने कहाँ के हैं ये बच्चे ? झारखंड, भारत के बच्चे न जाने कहाँ के हैं ये बच्चे ?