अक्षरश : हिंदी साहित्य Dg
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“वेद-उपनिषदों का मुक्त कण्ठ से मंजुल प्रचार किया | आत्म ज्ञान एवं भक्ति का नवरक्त वाहकों में अथाह प्रसरण किया | अतीत वर्तमान के थे वे ऐसे सेतु, आर्यावर्त्त की संस्कृति का उन्होंने उन्मुक्त प्रसार किया |” विश्व-नायक एवं जन-प्रणेता स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर सादर प्रणाम 🙏🙏🙏 आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की अनंत शुभकामनायें 💐💐💐

#नवरात्रि "आदिशक्ति है, प्रधान प्रकृति है, सत्यानंद स्वरुपिणी और बुद्धितत्व की जननी है | शान्ति, समृद्धि और सुरक्षा का प्रतिरुप वो, माँ ब्रह्मवादिनी, सर्वोच्च परमशक्ति है |" ✍🏽️✍🏽️✍🏽️डॉ.गरिमा त्यागी

'रिश्ता रूह का' ########## "किसी को हद से ज्यादा चाहना भी सजा है ख़ुद के लिये, लोग अक्सर धोखा दे देते हैं प्यार में | ज़िंदगी जिसे बना लेते हैं वो अपनी, पलभर में उस रिश्ते को रौंदकर चले जाते हैं वो |" स्वरचित ✍️✍️✍️डॉ गरिमा त्यागी

'वतन' ###### "ज़िंदगी तेरे नाम लिख दी ए मेरे वतन, हम खुद को भी तेरी खातिर कुर्बान कर जायेंगे | मिटाकर भी अपनी हस्ती को करेंगे देश का सर ऊँचा, अपने लहू का हर कतरा तेरे नाम कर जायेंगे | फौलाद हैं हम वो जो टूटते नहीं यूँही, ये जिगर भी अपने देश के नाम कर जायेंगे |" स्वरचित ✍️✍️✍️डॉ गरिमा त्यागी

'वंदन' ###### "संस्कृति की वाहिका है माँ, मुक्ति की तो निकेतन है माँ | जन्मदात्री भी है और शक्ति की प्रतिमूर्ति है माँ, सुख, शान्ति, समृद्वि और ख़ुशहाली की प्रतीक है माँ |" स्वरचित ✍️✍️✍️डॉ गरिमा त्यागी

'वतन' ###### "ज़िंदगी तेरे नाम लिख दी ए मेरे वतन, हम खुद को भी तेरी खातिर कुर्बान कर जायेंगे | मिटाकर भी अपनी हस्ती को करेंगे देश का सर ऊँचा, अपने लहू का हर कतरा तेरे नाम कर जायेंगे | फौलाद हैं हम वो जो टूटते नहीं यूँही, ये जिगर भी अपने देश के नाम कर जायेंगे|" 🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳 स्वरचित ✍️✍️✍️डॉ गरिमा त्यागी

'यादें' ###### "मैंने हर लम्हा मुश्किलों का जिया ज़िंदगी समझकर, ऐ खुदा तूने उसे भी कहानी बना दिया |" स्वरचित ✍️✍️✍️डॉ गरिमा त्यागी

हाल -ए दिल बयाँ ########### "शब्दों की बयानबाजी हरदम अच्छी नहीं होती, लफ़्ज़ जो कह नहीं पाते, ख़ामोशी वो बोल देती है |" ✍️✍️✍️स्वरचित डॉ गरिमा त्यागी

"याद" ###### "वो गया भी तो क्या, मुझे ही भुला बैठा | मैंने तो उसकी यादों को भी हसरतें बना लिया |" स्वरचित ✍️✍️✍️डॉ गरिमा त्यागी


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