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“वेद-उपनिषदो...

“वेद-उपनिषदों का मुक्त कण्ठ से मंजुल प्रचार किया | आत्म ज्ञान एवं भक्ति का नवरक्त वाहकों में अथाह प्रसरण किया | अतीत वर्तमान के थे वे ऐसे सेतु, आर्यावर्त्त की संस्कृति का उन्होंने उन्मुक्त प्रसार किया |” विश्व-नायक एवं जन-प्रणेता स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर सादर प्रणाम 🙏🙏🙏 आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की अनंत शुभकामनायें 💐💐💐

By अक्षरश : हिंदी साहित्य Dg
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