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कभी न विचलित होते देखा चाहे पड़े हों विघ्न अपार कभी न विचलित होते देखा चाहे पड़े हों विघ्न अपार
सक्षमता शरीर की क्या रखती मायने जो हों मन सक्षमता शरीर की क्या रखती मायने जो हों मन
कोरोना का रोना मचा चहुं ओर, जाएं हम किधर कहीं सूझे नहीं ठौर। कोरोना का रोना मचा चहुं ओर, जाएं हम किधर कहीं सूझे नहीं ठौर।