I'm Aryan and I love to read StoryMirror contents.
बदल दिया है वक़्त नाकामियों ने किरदार जो निभने थे निभ गये बदल दिया है वक़्त नाकामियों ने किरदार जो निभने थे निभ गये
न जाने किस खुशबू की आस है मुझे न जाने किस घाट के पानी की प्यास है मुझे ! न जाने किस खुशबू की आस है मुझे न जाने किस घाट के पानी की प्यास है मुझे !
चाँद अपने रेशे बिखेर रहा है, अँधेरा अपनी लड़खड़ाई सी चाल लिए, रात भर गश्त लगाने को निकल पड़ा है। चाँद अपने रेशे बिखेर रहा है, अँधेरा अपनी लड़खड़ाई सी चाल लिए, रात भर गश्त लगाने को...