I'm pen_down_original and I love to read StoryMirror contents.
अपने भी जब छोड़ चले अपना गैरों को होते देखा हैI अपने भी जब छोड़ चले अपना गैरों को होते देखा हैI
वो क़िस्सा अफ़ग़ान का टैगोर था भा गया, ना जाने क्यों मेरी रूह में समा गया। वो क़िस्सा अफ़ग़ान का टैगोर था भा गया, ना जाने क्यों मेरी रूह में समा गया।
ये दरिया है चाहत की प्यास को तरसता हुआ। ये दरिया है चाहत की प्यास को तरसता हुआ।